जमाने से मैं उम्मीद लगाकर बैठा था वफ़ा की आज किसी तूफां को बड़े नजदीक से देखा है #गुनी...
Tag: मौहब्बत
जिस्म बेकार में है
तुझे ख्याल भी है इस बात का, गुनी कबसे तेरे इंतजार में हैं दिल तेरा हुआ, रूह छोड़ गयी अब तो ये जिस्म बेकार में है #गुनी...
मेरी अपनी कहानी
जमाने से मैं उम्मीद लगाकर बैठा था वफ़ा की आज किसी तूफां को बड़े नजदीक से देखा है #गुनी...
तुझे ख्याल भी है इस बात का, गुनी कबसे तेरे इंतजार में हैं दिल तेरा हुआ, रूह छोड़ गयी अब तो ये जिस्म बेकार में है #गुनी...