प्यार का जाल Author Gurmeet Singh Created August 6, 2014November 14, 2016 Updated November 14, 2016August 6, 2014 Comments 0 Reading time Less 1 min Views 35 Categories: अन्य, मुक्तक गरीब हूँ बेसक मन में शक्ति हाथो में ढाल रखता हूँपा लूँगा बुलंदियां एक दिन , ऐसी मैं चाल रखता हूँ नफ़रत तो शायद ही कोई शख्स करता होगा मुझसेप्यार से अपना बना लूँ सबको मैं वो जाल रखता हूँ #गुनी …
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