पत्थर भी दिखाते हैं ऐहसान Author Gurmeet Singh Created September 12, 2014November 14, 2016 Updated November 14, 2016September 12, 2014 Comments 0 Reading time Less 1 min Views 34 Categories: अन्य, मुक्तक प्रेम से ज्यादा, नफ़रत से भरी पड़ी है लोगो के दिल की दुकानईंट-पत्थर से घर बनाए बहुत दिल में न बना पाया कोई मकानशायद गलती से कोई हमदर्द, कर भी दे मदद यहाँ मेरे वतन मेंहाँ दिल तो दिखाते ही थे अब तो पत्थर भी दिखाते हैं ऐहसान #गुनी …!
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