प्रेम की बरसात होगी Author Gurmeet Singh Created September 26, 2014November 14, 2016 Updated November 14, 2016September 26, 2014 Comments 0 Reading time Less 1 min Views 38 Categories: अन्य, मुक्तक तेरे इन पुराने शतरंज के पैतरो से ना सह होगी ना मात होगीनापाक कदम देखकर तेरे, दिल्ली में ना कोई मुलाकात होगीतू लगाएगा तम्बू भारत की सर जमीं पर, चुप हम भी न रहेंगेवफ़ा का दिला भरोसा , फिर देख कैसे प्रेम की बरसात होगी #गुनी…
Leave a Reply