प्रेम आता है

पंछी पानी पीता है और उड़ जाता है
मोर वर्षा में  और भी सुरीला गाता है
तुम करो जितनी मर्ज़ी नफ़रत मुझसे
इस गुनी को बस प्रेम करना आता है

#गुनी …!

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