अगर मुझे तुमसे मुहब्बत , है तो है मुहब्बत ही अब हकीकत, है तो है तुम इसे मतलब का नाम दो बेशक चाँद को सूरज की जरुरत, है तो है कैद कर लेना एक गुनाह...
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तुम्हारा मकान तो नहीं
महोतरमा, ये हमारे सीने में तुम्हारा मकान तो नहीं परायी अमानत के साथ जीना भी आसान तो नहीं देख लिया करते थे, हर हिस्सा तुम्हारी दुनिया का संभलकर...
नजर मिल गयी
एक दफा हमारी, उनसे कहीं नजर मिल गयी यूँ मानिये हमें सारे जहां की खबर मिल गयी मियां,....हम सारे जहां में तलाश किया उन्हें वो ख्वाब आकर हमें,......
मेरी हीर है तू
रोज ख्वाब में आती है वही तस्वीर है तू अच्छी बुरी जो भी हो मेरी तकदीर है तू मौहब्बत क्या बताऊँ खुद लिखकर तुझे यकीनन मैं तेरा रांझा और मेरी हीर है...
रविवार है ना
एक साप्ताहिक रचना.... :P ये जो साप्ताहिक रविवार है ना इससे तुम्हें बड़ा ही प्यार है ना कम्बख्त सोमवार गुस्ताख़ है ये तुम्हारा भी गुनाहगार है ना...
दिल की खबर है
इस दिल को किसी दिल की खबर है मियां उस दिल में इस दिल का घर है सूरत नहीं देखी तस्वीर बड़ी मैली थी दरअसल मालूम है , वो दिल जबर है #गुनी...
अपने किरदार में हूँ
फिर वही तारीख वही रात मैं फिर से इंतजार में हूँ तू ही बदल गयी, मैं आज भी अपने किरदार में हूँ अब तो पूरा एक साल हो गया है पुरानी बातों को मगर देख...
कवि का प्रेम पत्र
एक कवि जब प्रेम पत्र लिखने की कोशिश करता है... एक दफा मेरी मौहब्बत का तू ऐतबार कर ज्यादा ना सही मुझे थोड़ा सा ही प्यार कर क्या फर्क पड़ता है दस्तूर...
तुझे मांग लूँ मैं
तुझे मांग लूँ मैं, जो खुदा से मुलाक़ात हो जाए ख़ामोशी भी मंजूर है , जो तुझसे बात हो जाए यकीनन ये मौहब्बत मुकाम को हासिल करेगी जो एक दफा इश्क की कोई...
लहरों से जीत आया हूँ
रात भर सोया नहीं , मैं रात के अंधेरो से जीत आया हूँ चाँद के ढलने से पहले जागकर सवेरो से जीत आया हूँ कागज की हैं कस्तियां मेरी , मगर डुबाना आसान...