वतन के वास्ते …

हंसने हंसाने का काम बहुत हुआ , अब रहा नहीं कोई बाकिपीने पिलाने का भी खूब चला, हमसा न मिलेगा कोई साकीअब तो कर जाओ कुछ काम ऐसा , अपने वतन के...

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अपने ही बगावत करते हैं

कुछ लोग बिना बताये , कुछ बताकर शरारत करते हैंकुछ मज़बूरी से, कुछ दरियादिली से हिमायत करते हैंऔर नहीं निभाते, ये रिश्ते भी दिली मौहब्बत से लोगलोगो की...

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मोक्ष का ज्ञान…

सीखने की इच्छा हो , तो लोग मेघ को पानी देता देख भी दान सीख लेते हैंफलो से लदे पेड़ को देखकर भी , बड़ो का मान सम्मान सीख लेते हैंबेसक कुछ न हो हाथो...

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माँ…

माँ देवी है, दौलत हैं, प्रेम के रिश्तो की मूरत हैन करती निवास मंदिर में, भगवान सी सूरत हैन रोटी, न कपडा ,नहीं चाहिए मुझे मकानबस जान लो इतना मुझे...

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क्या जताना चाहती हो

यूँ आँखों से ओझल होकर , तुम क्या दिखाना चाहती होऐसे मुख को हमसे मोड़कर , तुम क्या बताना चाहती होहम तो रह लेंगे आसपास ही , उस बहती हवा के माफिकपर खुद...

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मैं मान रहा मैं मान रहा…

मैं मान रहा मैं मान रहा इन वीरो ने ही आजादी दिलवाई हैये सैनिक नहीं, भारत के आत्मविश्वास की लड़ाई हैपरसों लड़े थे काकोरी में, कल लड़े थे सीमा परआज...

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साईं हूँ

कभी मुझे ऊँचा दीखता आसमान कहा गयाकभी मुझे मंदिर में बैठा भगवान कहा गयासबका मालिक एक है , मैं बस साईं हूँ सिरडी काफिर नजाने क्यों मुझे खुदा का अपमान...

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शब्द…

आसमाँ को देखकर , ऊँचा उठने को मन करता हैदेखकर इन्द्रधनुष , खुद को रंगने का मन करता हैजब देखता हूँ मैं , उन काले अक्षरों को तख्ती परसारे जग को इन...

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वो चित्रकार है बड़ा

क्या आकार है मालिक का, ये मैं बता नहीं सकताकितना सुंदर है ये भी तुम्हे , मैं दिखा नहीं सकतामालिक का तो एक नूर ही काफी है , इस सृष्टि कोवो चित्रकार...

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