नाचना, गाना, बजाना नहीं...
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पठानकोट की धरती को नमन
कोशिश छोटी सी ... हिन्द पर...
चंद हर्फ़ हो जाते हैं
चद हर्फ़ हो जाते हैं,...
बेगानो से क्या लेना
एक हो आशिक जमाने के...
कातिल बताने लगे
कल तलक थे , दिल के करीब...
तजुर्बे बिकते ही नहीं
कई दफा सोचा, कि छुपा लूं...
पठानकोट के शहीदों को
आक्रोष आपके मन में भी है,...
इश्क को इजहार की जरूरत कैसी
इश्क को इजहार की जरूरत...
जग को इंतकाम तो लेने दे
बेसक, तुम मुझे काफ़िर ही कह...
झूठ भी इतनी खूबसूरती से बोलती है
झूठ भी इतनी खूबसूरती से...