मैं मौन हूँ

मैं भारत हूँ मैं मौन हूँ मैं मौन हूँ
बाहें फैलाए पूछ रहा मैं कौन हूँ

धार्मिक हिंसा-अग्नि में जलता
सिर झुकाए पूछ रहा मैं कौन हूँ

जमीं जाएदाद-मसले में फसता
आँखे बिछाए पूछ रहा मैं कौन हूँ

शंखनाद और अजान में पिसता
हाथ जोड़ मैं पूछ रहा मैं कौन हूँ

सीमा पे मेरा ही तो शीश है कटता
उम्मीद लिए , पूछ रहा मैं कौन हूँ

कालेबाजारो में भी मैं ही हूँ पिटता
निर्वस्त्र हुआ पूछ रहा हूँ मैं कौन हूँ

नारी अपमान पर कोशा जाता है
लज्जित हो पूछ रहा हूँ मैं कौन हूँ

जल्लादो के हाथो बेचा जाता है
मैं मौन हूँ गुनी तुम पूछो मैं कौन हूँ

#गुनी …

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