माफ कर दीजियेगा

कैसे बह रहा खून वीरो का,

ये सारा हिसाब आप दीजिये

पूछ रही जनता अब देश की,

आवाम को जवाब आप दीजिये

सच को सच, झूठ को झूठ नहीं

कह सकता वो कानून आपका

माफ कर दीजियेगा मुझे मगर,

जला ऐसी किताब आप दीजिये
#गुनी…

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