माँ भारती को बचाना है

एक सुबह उठकर बोला माँ कपडे दो सीमा पर मुझको जाना है
तुम तो मेरी अपनी हो पर अब माँ भारती को भी मुझे बचाना है
देखो माँ इनको समझ नहीं आता, ये मुझको कायर समझ रहे हैं
एक भगत है हर युवा में पडौसी काफ़िर को ये आज दिखाना है

#गुनी…

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