जहन्नुम से अपनी जगह चुरा रहे हो
बनावट के खिलोनो से क्या तुम कुदरत को सजा रहे हो
जरा आज सच तो बताओ तुम किसे बेवकूफ बना रहे हो
वो मालिक जिसने तुझे सजाया है, तुझे भी पता है
छेड़ कुदरत को तुम जहन्नुम से अपनी जगह चुरा रहे हो
मेरी अपनी कहानी
बनावट के खिलोनो से क्या तुम कुदरत को सजा रहे हो
जरा आज सच तो बताओ तुम किसे बेवकूफ बना रहे हो
वो मालिक जिसने तुझे सजाया है, तुझे भी पता है
छेड़ कुदरत को तुम जहन्नुम से अपनी जगह चुरा रहे हो
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