हिंदी की बात कर Author Gurmeet Singh Created September 16, 2014November 14, 2016 Updated November 14, 2016September 16, 2014 Comments 0 Reading time Less 1 min Views 37 Categories: अन्य, मुक्तक गलत नहीं कोई पहनावा मगर कभी कभी चुनरी और बिंदी की बात करक्यूँ बैठ गया अब जिन्दगी से हार कर आज तो जरा बुलंदी की बात कररे खूब आएँगी अडचने तेरी इस राह में मगर तू एक बार कोशिश तो करखूब अपनाया दूजो की रीत – भाषा अंग्रेजी को जरा हिंदी की बात कर #गुनी …!
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