गरीब मजबूरी में रोता है

लहरें खुद रास्ता बनाती हैं, उन्हें कस्तीयाँ नहीं बोलती
गरीब मजबूरी में रोता हैं, उसकी बस्तियाँ नहीं बोलती

#गुनी…

Leave a Reply