दशहरे की हार्दिक शुभ कामनाएं Author Gurmeet Singh Created October 3, 2014November 14, 2016 Updated November 14, 2016October 3, 2014 Comments 0 Reading time Less 1 min Views 35 Categories: अन्य, मुक्तक एक जलाकर रावण लगता हो गई अच्छाई की बुराई पर जीतजितने मर्जी जलालो रावण ये भ्रष्टाचारी जरा न होते भयभीतमुरदा जला दो मक्कारो का , जो खेल रहे हैं सांप्रदायिक खेलतब रावण फूको दिल का, जिससे आएगी दिल में सबके प्रीत #गुनी…
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