देवताओ की चिता पे रोती Author Gurmeet Singh Created July 23, 2015November 14, 2016 Updated November 14, 2016July 23, 2015 Comments 0 Reading time Less 1 min Views 34 Categories: अन्य, मुक्तक कोई बात मतलब की कही हो तो बता देना दोस्तो इंसान को देवी – देवताओ की परछाई नजर नहीं आतीझूठ का बोलबाला, देखो हमें सच्चाई नजर नहीं आतीऔ सो रही है आवाम देश की, क्या दिल्ली भी अंधी हैजिसे देवताओ की चिता पे रोती, माई नजर नहीं आती #गुनी…
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