चहरे बदल डाले
इंसान ही कहाँ था वो, जिसने गहरी बुनियाद के रिश्ते गहरे कुचल डाले
वक़्त की चाल थी, वक़्त आने पर ज़माने ने सारे के सारे चहरे बदल डाले
#गुनी…
मेरी अपनी कहानी
इंसान ही कहाँ था वो, जिसने गहरी बुनियाद के रिश्ते गहरे कुचल डाले
वक़्त की चाल थी, वक़्त आने पर ज़माने ने सारे के सारे चहरे बदल डाले
#गुनी…
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