Category: शे’र

ख्वाब रह गया

छिप गया चाँद देखो चेहरे पर सिर्फ नकाब रह गया रात भर देखा था अधूरा ही मेरा वो ख्वाब रह गया #गुनी...

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कहाँ किसी ने रोका है

आकाश के परिंदों की उड़ान को कहाँ किसी ने रोका है और ऊंचा उठो तुम, आसमाँ को कहाँ किसी ने रोका है #गुनी...

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