भगवान सा रूप नजर आता हो जिसमें, उसे इन्सान कैसे बताऊँसुन्दर गगंचुम्भी इमारतों के निर्माता को बस महान कैसे बताऊँ आकार में ही छोटा लगता होगा, मेरे...
Category: अन्य
सब एक गिने जाने लगे
जब पडौसी, अपने ही पडौसी को...
बड़ा डर लगता है
लम्बी दूरियां तय करने की...
हिंदी कवि सम्मेलन :: गुनी
सिर्फ कलाम कहा
भारत रत्न स्व. श्री...
जिगर में ये सवाल आज भी है
मैं कह नहीं सका या तुमने...
शरीफ हूँ कोई अवारा न था
मेरा चैन से बैठना, दुनिया...
देवताओ की चिता पे रोती
कोई बात मतलब की कही हो तो...
हीरे की हिफाजत कभी लुहार नहीं करते
कश्मीर एक हीरा है और...
हर जगह में रहमान देखता हूँ
अपनो के बीच होता हूँ, तो न...