हमने आजमा कर देखा लोग हमें याद करते हैंदिन रात करते हैं या बस यूँ ही बात करते हैंहमने सोचा ये दोस्त हैं नहीं बदलेंगे कभीमगर आजकल ये भी कभी कभी...
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तनहा हम रह गए
लो आ गयी याद उनकी, वो नहीं आयेबीत गयी चांदनी रात, वो नहीं आयेहम इंतज़ार करते रहे गमो के साथतनहा हम रह गए मगर वो नहीं आये
उतर जाऊंगा मैं भी
धीरे धीरे बड़ा बन जाऊंगा मैं भीतितली सा बन कभी उड़ जाऊंगा मैं भीयारो जरा मुझे तुम याद रखनादिल में तुम्हारे उतर जाऊंगा मैं भी
खुद भी पर गुरुर हो गया
कुछ यूँ हुआ कि जब जरुरत पड़ी हमें तो हर शख्स मजबूर हो गयाजो किया करता था वायेदा साथ निभाने का वही कुछ दूर हो गयादेखो इन्सान का साथ तो परछाई भी छोड़...
गुलाब की पंखुडियो से भी डर लगता है
गुजर गया वो वक़्त जब तेरी हसरत थी मुझेबीत गया समय वो जब तेरी चाहत थी मुझेअब तो गुलाब की पंखुडियो से भी डर लगता हैचली गयी वें राहें जहाँ तेरी जरुरत थी...
दोस्ती ….
वो दोस्ती ही क्या जिसमे तेरा मेरा विश्वास न होवो लम्हे ही क्या जिसमे मेरा दोस्त पास न होसहारा तो एक लाठी भी दे दिया करती है दोस्तोंवो साथ ही क्या...
जमीं नहीं होगी
उठाकर मेरे देश का इतिहास देखो, यहाँ वीरो की कमी नहीं होगीकिसी के डर से शाहदत और बलिदान की आंधी थमी नहीं होगीऔर जो सोच राहें हैं अपने कुपुतो के...
फिर कहते अभी बहुत है बाकि
सब कुछ लुटा दिया अंग्रेजो पर फिर कहते अभी बहुत है बाकिसत्ता खातिर देश बिकवा दिया फिर कहते अभी बहुत है बाकीकुत्तो को तुम कितनी हड्डी डालोगे ये हमको...
नारी…
नारी बेटी है, बहन है, कहीं बहू, तो कहीं माँ का रूप लेती हैघर की हर उलझन को समझे निर्णय सबके अनुरूप लेती हैबस घर चलाना ही नहीं आता, संघर्ष की भी नेता...
गरीब तो बस यूँ ही बेवजह बदनाम है
हमने अमीरों के घर को गरीबो के खून से चिनते देखा हैगरीब को अच्छाईयां और अमीर को नोट गिनते देखा हैदुनिया में गरीब तो बस यूँ ही बेवजह बदनाम हैवरना हमने...