मैंने सीमा पर वीरो को रक्त बोते देखा है पीली धरती को अपने लहू से धोते देखा है ये खा लेते हैं गोली सीने पर ख़ुशी ख़ुशीमैंने बच्चो को इनकी याद में...
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सपने छोड़ दिए
सिंहासन पर बैठने के सपने...
मक्कारो की टोली
गोली खाने की तमन्ना सीने पर न दिल से अब जाएगीफिर कहता हूँ नादानों अब मनमानी ये चल न पायेगीमैं मरने को पैदा हुआ हूँ, संघर्ष करूँगा हक़ की खातिरअब...
हूँ तो तेरे जैसा ही
दृढ किया हो निश्चय, फिर राह में कोई अडा नहीं हैऔरो की भी सुन, कतार में अकेला तू खड़ा नहीं हैज्यादा कुछ तो मैं भी न समझूँ , हूँ तो तेरे जैसा हीदुःख से...
पूरा सफ़र
मैंने उसे पाने की तमन्ना ही छोड़ दी है जिससे जीवन अधुरा रहा जाता है ....क्यूंकि मुझे पूरा सफ़र तय करने की चाह है ....!#गुनी...
बलिदान की ज्योति
मैंने ऊँचे उठते स्वर में जवान की जान देखी हैकोडियो के भाव बिकती कला ईमान देखी हैबेसक अब न होती आँखों में जगमग रोशनीजवानों में बलिदान की ज्योति महान...
मेरा ही नाम
कभी वो अपने ही हाथो से जाम देती हैकभी हाथो में अपने हाथ थाम लेती हैशायद ही कभी भूल पाती होगी मुझे वोमेरा ही नाम वो हर ढलती शाम लेती है#गुनी...
बच्चा माँ का स्वरुप होता है
लोग कहते हैं बच्चा ईश्वर का रूप होता हैमाँ बाप का टुकड़ा, उनके अनुरूप होता हैतस्वीर दिखती है माँ की नन्ही सी जान मेंकुछ और नहीं, बच्चा माँ का स्वरुप...
तुझसा हीरा एक नायाब
काश कि खुदा ने मुझे भी तुझसा हीरा एक नायाब दिया होतातेरी नफरत को मौहब्बत से तौलने का हिसाब दिया होतातो आज मैं अपने दिल की पूरी किताब खोलकर दिखतागर...
शेर हूँ …
मैं देश पर लुटा दूंगा जान वो शेर हूँमिला दूंगा दुश्मन मिटटी में सवाशेर हूँये चींटी सा नमूना क्या बिगड़ेगा मेराईंट से ईंट बजा दूंगा मैं बब्बर शेर हूँ