... दिल से शुक्रिया "हाँ"...
Category: मुक्तक
भारत का सुंदर आज लिखूं
नमस्कार एक छोटी सी कोशिश आपके अनुज कीचाहे गद्य लिखूं, चाहे पद्य लिखूं, मौला शक्ति देना इतनी शेरो की आवाज लिखूंचाहे रोके दुनियाँ सारी भी मिलकर मुझको...
है यही मलाल आजकल
जाने से पहले..घर की मुंडेर...
मैं कौन तुम्हारी लगती हूँ
फिर से ये बालक एक कोशिश आप सभी के सम्मुख रखता हैप्रेम है तेरे मीठे शब्दों से , तुम बोली गुस्से से क्या तुम्हे मुरारी लगती हूँहमें आदत है तेरे तानो...
माँ को तुम प्रणाम करो
सभी को प्रणाम और छोटे की कोशिश देखियेपहचान बने कोई अलग तुम्हारी ऐसा कोई काम करोदीप बनो और सारे जग में , अपना तुम एक नाम करोऔर पाना हो सारा सुख इस जग...
माटी का बना माटी में मिल मैं जाऊंगा
माटी का बना माटी में मिल...
सरकारी विद्यालय में ही राष्ट्रगान लिखा जाता है
शुभ प्रभात मित्रो....आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएंदुनिया बदल गयी है मतलब की खातिर इंसानों को भगवान लिखा जाता हैशिक्षा बिकती चंद...
डर लगता हैं
प्यार की बातें हो जहाँ वो...
सिर्फ हिंदुस्तान लिखता हूँ
छोटी सी कोशिश मेरी बिलकुल नासमझ हूँ दोस्तों कभी तिरंगे में जान लिखता हूँ कभी कभी माटी की खातिर मैं जान को कुर्बान लिखता हूँ और रोज सपने में पूछता है...
अभ्यास कर रहा हूँ
वर दे माँ मुझको वाणी की...