सुधार के साथ जब से पडौसी...
Category: मुक्तक
किसी से सवाल हो रहा है
जाने मेरे देश में आजकल...
कोई लिबास नहीं रखता
टूटा हुआ है दिल हर किसी पर...
कोई शरारत कर रहा हूँ मैं
सुप्रभात पहली मुलाकात...
हंसकर जीत लेता है सारे मुकाम
हंसकर जीत लेता है मुकाम...
ऐसी जिंदगानी हो
मत कर तु कोई काम ऐसा कि...
क्या बताएगा खुदा को
अपने हाथो में, अपने...
वो योग भी न रहे
पुराने पन्नों मे सबसे...
शेरो जैसी हिम्मत वाला होता है
इस जग में शख्स अनेक , कोई...
कोई भी मर लेता
बात सिर्फ हिफ़ाजत की होती...