ये ठोकरों की महरबानी है...
Category: मुक्तक
नौजवान बेरोजगार है
आत्मविश्वास के बिना...
परी हो
तुम भी तो एक परी हो और...
छवि दिखाई देगी
अपनी जिन्दगी के पीले...
खुद को बना काबिल
ऐसी अजीब थी राहें कि जिधर...
क्या है संभलना
बदलती दुनिया में , लोगो का...
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
छोटे से पौधे को बना दे...
फवेबूक अंत में
हम ना है यहाँ, तुम मेरे यार...
गहरी नींद
हँसाते हँसाते कल, मैं आज...
कल-आज-कल
भावुकता की पंक्तियाँ...