Category: कविता

सपनो के सौदे से मुझको क्या मिल पाया है

सपनो के सौदे से मुझको क्या मिल पाया है माँ ने बचपन में मेरे मुझको झुला झुलाया है पापा ने कहकर बेटा मुझको, गले लगाया है इसी कर्ज में डूब रहा हूँ,...

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