थोड़ी देरी से पुराने...
Category: कविता
हिन्द में रहने का अधिकार नहीं
जिनके नारो को भारत की...
जो एक साल सीमा पर रहने वाला ही नेता हो पाता
जब से धरती मेरे देश की दो...
राजा राम की पावन भूमि
एक नादान कोशिश...राजा राम...
पठानकोट की धरती को नमन
कोशिश छोटी सी ... हिन्द पर...
सिर्फ हिन्दुस्तान चाहिए
मैं जब घर से निकलता हूँ, थोड़ी दूर चलता हूँ,चारो और देखता हूँ, एक ही बात नजर आती हैउजाला खो गया बस रात ही रात नजर आती हैकुछ लोगो के मुँह पर ललकार...
सच तो ये है इस बार पप्पू पास नहीं होगा
अब जनता मेरे देश की जाग...
लोकतंत्र का हूँ सैनिक
लोकतंत्र का हूँ सैनिक ,...
बीबी मेरी…
बीबी मेरी बेलन लेके पीछे...
सेना का सिपाही हूँ
कभी अपने घर की खिड़की खोलकर देखा है मुझपर ऊँगली उठाते हो कभी नेता जी को बोलकर देखा है ये मत सोचना मैं बाज़ार में खड़ा ठेले वाला हूँ गुड्डे गुडिया की...