Category: ग़ज़ल

भैइए सच्ची सच्ची बात कह रिया हूँ

भैइए सच्ची सच्ची बात कह रिया हूँइश्क में हाज़िर जज्बात कह रिया हूँइतनी बदसलूकी हुई है इस नादां सेदिन को मैं , आधी रात कह रिया हूँये मौहब्बत का कबूतर...

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