Category: ग़ज़ल

कौन है

मेरे भीतर ये बिना इज़ाजत धड़कता, कौन है आईने में उतर आता मुझसा, तू बता, कौन है कम्बख़्त , चला जाता है छोड़कर अक्स मेरा अहम रिश्तों की अहमियत समझता, कौन...

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शुक्रिया

दोस्तो में जगह तुमने खास दी, शुक्रिया जितनी भी दी दिल के पास दी, शुक्रिया इन रिश्तों को समझने का ढंग सिखाया जिंदगी को फिर एक आस दी , शुक्रिया बड़े...

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उसूलो पर चलती है साहब

हमारी तो जिंदगी, उसूलो पर चलती है साहब ये तो दुनियाँ है, जो रोज रंग बदलती है साहब गुजारिश है जरा अदब से पेश आया करो तुम दिन में एक दफा तो, धूप भी...

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कई किरदार हैं आजकल

हर शख्स के कईं किरदार हैं आजकल जिन्हें खबर है वे समझदार हैं आजकल शहजादी सी हो गई बेटियों की परवरिश दरअसल बेटे कहाँ होनहार हैं आजकल एक दुश्मन तो...

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आधी रात कर दी

तेरी याद में आज फिर आधी रात कर दी मियां चाँद ने अपनी चांदनी साथ कर दी सारा हिसाब मांग लिया आज रिश्तो का वाह इस बार क्या लाजवाब बात कर दी ये आंखें...

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नई शुरुआत कर लेते हैं

उनकी तरफ से हमारे लफ्जो में.. आखिरी शे'र खास आपकी खतिर भूल जाते हैं सब, फिर से नई शुरुआत कर लेते हैं छोड़ो वो पुराने किस्से , कोई और बात कर लेते हैं...

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है कईं

किताबो में हुनर है कईं कवि , तो शायर है कईं #गुनी...

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ठीक नहीं है

किसी को रात भर जगाना, ठीक नहीं है अपनी ही रूह को सताना, ठीक नहीं है हमारा दिल हमारे पास, तुम्हारा तुम्हारे फिजूल इल्जाम लगाना , ठीक नहीं है आना...

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इबादत में ले लो

मियां, एक दफा मेरा नाम इबादत में ले लो फिर इस दिल को अपनी हिरासत में ले लो बस एक बार बोल दो तुम मुझे मौहब्बत से फिर सारी जिंदगी भी तुम इनायत में...

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किनारा कर लिया

कुछ शे'र आपकी खिदमत में...?? बड़े सवाल करता है कम्बख्त दिल मेरा तौबा कर यादो ने भी किनारा कर लिया शायद, जान लेने की साजिश है उसकी उसने घर , मेरे...

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