Author: Gurmeet Singh

उसूलो पर चलती है साहब

हमारी तो जिंदगी, उसूलो पर चलती है साहब ये तो दुनियाँ है, जो रोज रंग बदलती है साहब गुजारिश है जरा अदब से पेश आया करो तुम दिन में एक दफा तो, धूप भी...

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कई किरदार हैं आजकल

हर शख्स के कईं किरदार हैं आजकल जिन्हें खबर है वे समझदार हैं आजकल शहजादी सी हो गई बेटियों की परवरिश दरअसल बेटे कहाँ होनहार हैं आजकल एक दुश्मन तो...

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दोहा

जीवन तो एक खेल है, करो सभी से प्यार दो दिन का है ये सफर, करो इसे साकार #गुनी...

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दोहा

जीवन तो एक खेल है, करो सभी से प्यार दो दिन का है ये सफर, करो इसे साकार #गुनी...

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बहर : पहली कोशिश

दोस्तो को सलाम, लीजिये हाज़िर है बहर में पहली कोशिश आपकी खिदमत में बहरे-मुतकारिब की मुज़ाहिफ़ शक़्ल फ़ैलुऩ मेरे दिल के हर जर्रे में एक नाम ठहर जाता है ...

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बहर : पहली कोशिश

दोस्तो को सलाम, लीजिये हाज़िर है बहर में पहली कोशिश आपकी खिदमत में बहरे-मुतकारिब की मुज़ाहिफ़ शक़्ल फ़ैलुऩ मेरे दिल के हर जर्रे में एक नाम ठहर जाता है ...

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माफ कर दीजियेगा

कैसे बह रहा खून वीरो का, ये सारा हिसाब आप दीजिये पूछ रही जनता अब देश की, आवाम को जवाब आप दीजिये सच को सच, झूठ को झूठ नहीं कह सकता वो कानून...

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आधी रात कर दी

तेरी याद में आज फिर आधी रात कर दी मियां चाँद ने अपनी चांदनी साथ कर दी सारा हिसाब मांग लिया आज रिश्तो का वाह इस बार क्या लाजवाब बात कर दी ये आंखें...

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मामूली नहीं स्थिति

मामूली नहीं स्थिति देश की.... गंभीर हैं घाटी से निकल रहे........ नुकीले तीर हैं वीरो की शहादत का.......ये अपमान है लड़ाई का नहीं शायद युद्ध का ऐलान...

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नई शुरुआत कर लेते हैं

उनकी तरफ से हमारे लफ्जो में.. आखिरी शे'र खास आपकी खतिर भूल जाते हैं सब, फिर से नई शुरुआत कर लेते हैं छोड़ो वो पुराने किस्से , कोई और बात कर लेते हैं...

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