दिल को दिल की बात बताने...
Year: 2016
मौहब्बत करना गुनाह था
चलो मान लिया मौहब्बत...
जीत मुबारक हो
जल गया रावण
सोचता हूँ देखकर पुतले को...
वही मेरी नजर में है
जाने कब से मेरा दिल तेरे...
वक़्त का इरादा ठीक ना था
उन दिनों वो तो वक़्त का...
बहाना है दूरियां बनाने का
मेरे दिल का हाल तुझे...
मीत लिख रहा है
जहन में भीतर जाने कौन गीत...
गाने का हुनर
गाने का हुनर सीख लेते हैं...
कल तलक तो मौहब्बत भी सवालो में थी
मियां कल तलक तो मौहब्बत...