मेरे गुनाहो की सजा , इस तरह...
Year: 2016
मैं अनमोल हूँ
लगता था जिंदगी का कोई मोल...
नाचना गाना बजाना नहीं आता
नाचना, गाना, बजाना नहीं...
पठानकोट की धरती को नमन
कोशिश छोटी सी ... हिन्द पर...
चंद हर्फ़ हो जाते हैं
चद हर्फ़ हो जाते हैं,...
बेगानो से क्या लेना
एक हो आशिक जमाने के...
कातिल बताने लगे
कल तलक थे , दिल के करीब...
तजुर्बे बिकते ही नहीं
कई दफा सोचा, कि छुपा लूं...
पठानकोट के शहीदों को
आक्रोष आपके मन में भी है,...
इश्क को इजहार की जरूरत कैसी
इश्क को इजहार की जरूरत...