सो जाया करो जल्दी कभी -...
Month: June 2016
हरा दुप्पटा काला सूँट सबका रंग फीका है
हरा दुप्पटा काला सूँट...
भला रूह के बिन भी कोई जिंदगानी है
मेरी दास्ताँ शायद कोई...
तेरा आशियाना बदल रहा है
अब कोई कसूर तो तुम्हारा...
मौहब्बत कहाँ होती है आजकल
बाज़ार लगता है साहब ,...
नेता जी खड़े होकर कहा रहे हैं पकौड़े
नेता जी खड़े होकर खा रहें...
मुद्दत के बाद सोया हूँ चैन से
कम्बख्त बड़ी मुद्दत के...