तेरी जिंदगी में मेरा दख़ल...
Month: February 2016
ईद ही भूल गया
इतना व्यस्त हो चला भाग...
कोई शिष्टाचार नहीं है
अपनी माँ को गाली देना ये...
बिन कारण तो फूल भी रास नहीं आते
गलती हो, तो कांटो पर सुला...
कुत्ते के हिस्से में हिन्दुस्तान
माँ की गाली देकर मुरखो ने...
कदमो ने इतनी ठोकरें खाई हैं मेरे
कदमो ने इतनी ठोकरें खाई...
कईं सवाल हो जाएंगे
मियां , हिन्द पर सवाल न...
हिन्द में रहने का अधिकार नहीं
जिनके नारो को भारत की...
माँ की लोरियाँ जीत जाती हैं अकसर
वैसे तो तेरी याद सोने की...
जो एक साल सीमा पर रहने वाला ही नेता हो पाता
जब से धरती मेरे देश की दो...