सिर्फ तुम्हारे लिए आज...
Year: 2015
ना यूँ कि मैं घर मे एकलौता हूँ
शुभ प्रभात ...एक हाथ है जो...
आकाश की ऊंचाई का अंदाजा...
खुद को तस्वीरों सा रख
नमस्कार मित्रो...
माँ का कर्ज
लाखो करोड़ो हीरे जेवरात...
गलती की तुझे चाहने की
तुम्हे जानकर खुशी...
चहरे बदल डाले
इंसान ही कहाँ था वो, जिसने...
आज के आज मर जाना चाहिए
मानो मेरी बात, कमाओ बस...
शौक हमारा था
जिंदगी हमेशा सरल ही थी,...
जवां भी शेर नही मिलता
कलयुग है ये भाई, यहां सबरी...