शुभ प्रभातनोटों का ढेर लगा था मगर लोगो ने कह दिया तुम्हे रखना नहीं आताउन्नति की उम्मीद बहुत थी उन्होंने फिर कहा तुम्हे उठना नहीं आताऔर मैं तो एक एक...
Month: January 2015
मुझसे ज्यादा प्रेम करे
खिल जाये फूल और चारो और खुशियों की सुगंध निराली होबेसक ज्यादा नहीं पर कहने भर की ही मेरे पास खुशहाली होसुनकर सबका बदहाल यहाँ पर , एक तस्वीर बनाकर...
माटी माटी है गई
खूब बनाये अपने, अपने छोड़...
खुश हूँ मगर फिर वही डर
अब किसी प्याले का नशा...
निगाहो में जा छलके
मैं अश्को को उनसे छिपाता...
माँ से बात किये हुए
नमस्कार मित्रोएक सैनिक...
मुझे बांध रखा है आज भी तेरे मासूम इशारो ने
नमस्कार मित्रोबस यूँ ही .... मगर किसी ख़ास के लिए कल एक बार फिर सब यादे ताजा हो गयी और लगा वो वापस आ गयी बेहद खुश हूँमुझे बांध रखा है आज भी तेरे...