बेसक, तुम मुझे काफ़िर ही कह...
Year: 2015
झूठ भी इतनी खूबसूरती से बोलती है
झूठ भी इतनी खूबसूरती से...
हिन्दुस्तान बाकी है
गरीबो की बस्ती में आज भी,...
क्या….पता
मुझे पहली मुलाकात से है,...
मैं तुझे अपना कह लूँ क्या
मैं तुझे अपना कह लूँ क्या...
कुछ भाव आपकी खातिर
देर से मगर खुदा का इंसाफ...
क्यूँ दर्द इतना है
मेरे दर्द का दर्द सिर्फ...
कब्र तक आना भी भूल गए
ऐसा दफन किया कम्बख्त...
खाली मकान रह गया
दो ही तो लोग थे घर में ,...
मेरा दिल तेरे दिल का किरायेदार हो जाये
दिल से दिल तक...काश, तु भी...