क्या राज आया है, पहाड़ो सी...
Month: August 2014
दोस्ती खिलौना नहीं
मेरी दोस्ती किसी जौहरी का जेवर नहीं, कि कोई आये और लूट जायेमंजिल अलग हैं हमारी, मगर रिश्ता कमजोर नहीं जो बाहें छूट जायेअरे मैं कहता हूँ अपनी दोस्ती...
हजारो गर्दन भी कट जाती हैं
ज्यादा फ़ैलाने पर पैर, बड़ी से बड़ी चादर भी फट जाती हैढील देने से ज्यादा, खूबसूरत उड़ती पतंग भी कट जाती हैमत करो ये लड़ाईयां, ये द्वंद अपने ही देश में...