देश हाथ उठाये कहता जाए अब...
Month: August 2014
उनपर मेहरबान है
वो इतराते है कि खुदा उनपर...
परिवार बनाना चाहता हूँ
हम सब एक हैंहिन्दू...
राम मारते छींक
आज अचानक बचपन की एक घटना...
मैं मौन हूँ
मैं भारत हूँ मैं मौन हूँ...
एक और ग़ालिब
हमारे जख्म को नासूर...
आँखों में समंदर
मैंने दूर तक नजर दौड़ाई, और...
पत्थरो में फसा हूँ या…
एक लम्बा सफ़र तय किया, और न...
पीछे नहीं देखती
वो कभी पीछे मुड़कर नहीं...
न बम से, न बन्दुक से
आज मैं तेरे अंहकार को...